भैंसाली गाँव की न्यूज - Bhainsali Village News
भैंसाली गाँव में बच्चों की मौत का कातिल कौन था?
भैंसाली गाँव में दो बच्चों और एक बुजुर्ग महिला की मौत का कातिल उसी का पौता भूप सिहं था, पुलिस के द्वारा जारी जानकारी के अनुसार भूप सिहं ने ही जहर देकर उनकी हत्या की थी.
कैसे पता चला की भूप सिहं ही अपने बेटों और दादी का कातिल है?
जब भूप सिहं ने अपनी दादी और दो बेटों को जहर देकर मार दिया था, उस टाइम उसके छोटे बेटें का अंतिम संस्कार करने की बजाय दफनाया गया था जिसे पुलिस ने डीएम से परमिशन मिलने के बाद कब्र से निकाला कर के पोस्टमार्टम के लिए भेजा था, जिसमे पोस्मार्टम रिपोर्ट में जहर देकर के मरने का पता चला, इसके आलावा कुछ सालो पहले गाँव में भूप सिहं का मेडिकल था और उसने राजगढ़ शहर के किसी अस्पताल में कंपाउंडर के रूप में काम कर चूका है, इसी से पुलिस को भूप सिह पर शक हुआ और उसने भूप सिह और उसकी पत्नी को पुलिस स्टेशन ले जाकर के पूछतास की. इसके बाद उसकी पत्नी को पुलिस ने छोड़ दिया और भूप से सारा माजरा बताने को कहा, जिसमे उसने पुलिस को तीनो की हत्या करने की पुरी कहनी बताई.
भूप सिहं ने अपने बेटों और दादी की हत्या क्यों की थी?
भूप सिहं को शक था, की उसकी पत्नी का किसी और के साथ में अफेयर / नाजायज समंध है, जिसके कारण से उस लगा की वो दोनों बेटे उसके नही, बल्कि किसी ओर के है, इसी लिए वो उन्हें मरना चाहता था. लेकिन बेटों की हत्या का शक उस पर ना जाएँ इसके लिए उसने अपनी दादी को खांसी की दवा में जहर मिलाकर के वो 31 जनवरी को देता है. जिसके कारण से दादी की मौत हो जाती है. ठीक उसी प्रकार से वो अपने बेटों को भी वह जहर देकर के मार देता है.
भूप सिहं की किस गलती के कारण वह पकड़ा गया?
गाँव में पूरानी प्रथा चली आ रही है, की छोटे बच्चों की मृत्यु होने पर उन्हें जलाने की बजाय जमीन में दफना दिया जाता है. ठीक उसी प्रकार भूप सिहं के छोटे बेटें को दफनाया गया था. इसके बाद उसे कब्र से निकाल करके पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जिसमे बच्चे की मौत का कारण जहर निकला. इसी के चलते पुलिस ने छानबीन की तो भूप सिहं पर शक गहरा गया ओर पूछताछ में भूप सिहं ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.
भूप सिहं के घर में आग कैसे लग रही थी?
भूप सिहं को पोइजन और अन्य केमिकल के बारे में अच्छी जानकारी थी, जिसके कारण से भूप सिहं ने खुद ही अपने घर मे सोडियम से आग लगाना शुरू कर दिया था, ताकि किसी को भूप पर तीनों हत्याओं का शक न जाए.
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